वर्तमान में जिओ खुश रहो – Short Motivational Story in Hindi

वर्तमान में जिओ खुश रहो – Short Motivational Story in Hindi :  एक चीनी कहावत है की ‘Do Not Expect Too Much Of The Future, But Also Do Not Bother Too Much About The Past’। अर्थात अपने भविष्य से जरुरत से ज्यादा आशाएं मत रखो और साथ ही अपने बीते हुए समय के बारे में ज्यादा सोचने में समय व्यर्थ मत गवाओं। अपनी साड़ी ऊर्जा वर्तमान में झोंक दो और वर्तमान का आनंद उठाओ।

Live In Present Story Short Hindi

Short Motivational Story in Hindi
वर्तमान में जिओ खुश रहो

भविष्य में जरुरत से अधिक सोचने और उससे बहुत अधिक आशा करने से इस बात की सम्भावनाएं बढ़ जाती है की आदमी अकर्मण्यता और निराशा का शिकार हो सकता है। इसी तरह से बीता हुआ समय चाहे कितना ही अच्छा या बुरा हो, उसके बारे में किया गया अनावश्यक चिंतन वर्तमान को प्रभावित कर सकता है। बहुत अच्छा Past आपको Over Confident बना सकता है और बहुत दुःख भरा Past आपको निराशावादी बना सकता है। अतः वर्तमान में जिओ। यहाँ हम उदाहरण ले सकते हैं संसार के महानतम फुटबाल खिलाडी पेले का।

कहानी यहाँ से शुरू होती है….

पेले का जन्म सन् 1940 में ब्राज़ील में हुआ था। उनके पिता घंटो फुटबॉल खेला करते थे। उनकी ज़िन्दगी का सपना था की वह एक प्रोफेशनल फुटबाल खिलाडी बनेंगे।
बहुत छोटी उम्र में पेले अपने पापा को फुटबॉल खेलते हुए देखकर बहुत आनन्दित महससू करता था। धीरे धीरे उसने भी अपने पापा के साथ फुटबॉल खेलना आरम्भ कर दिया। दिन-रात के अभ्यास से पेले के पापा Professional Football Player बने। परंतु एक Accident में उनके घुटने बेकार हो गए और उनकी ज़िन्दगी के सपने चकनाचूर हो गए। परन्तु उन्होंने अपने Past को Present पर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने पेले पर अपना ध्यान लगाया।

जिसका परिणाम यह हुआ की 1956 में पेले ने प्रोफेशन फुटबॉल खेलना प्रारम्भ कर दिया। देखते ही देखते वे ब्राज़ील की टीम में आया और संसार का पहला एकमात्र खिलाडी बना जो अपने देश के लिए तीन वर्ल्ड कप फ़ाइनल खेला और तीनो जीता, जो की 1958, 1962, और 1970 में खेले गए थे। पेले 1970 तक हज़ार से अधिक गोल कर चुका था। जब भी पेले अपना मैच में होता था, तो उसके रिजल्ट के बारे में ज्यादा आशाएं नहीं करता था, क्यूंकि वह जानता था दी जरुरत से अधिक आशा आदमी को अकर्मण्य बना देती है।

वह अपने शानदार Past को भी मैच पर हावी नहीं होने देता था। उसकी Planning , रणनीति, बाल पर कंट्रोल, पावरफुल cicking और जबरदस्त पास किसी भी टीम के छक्के छुड़ा देती थी। शायद इसलिए 1980 मेंन उसको 20वीं शताब्दी का सर्वश्रेष्ठ Athelit घोषित किया गया।

कहानी का सार….

तो दोस्तों इस छोटी सी स्टोरी से आप इसी नतीजे पर पहुंचे होंगे की अपने Past और Future का असर अपने Present पर नहीं पड़ने देना है। अगर आप ऐसा कर पाये तो कामयाबी आपके कदम चूमेगी।


तो दोस्तों आशा करते हैं आपको ये पोस्ट वर्तमान में जिओ खुश रहो – Short Motivational Story in Hindi पसंद आयी होगी अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। धन्यवाद्

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